
SS राजस्थान न्यूज़ सुरेश सोनी की नकली घी पर बड़ी कवरेज
जालोर
फैक्ट्री में अलग-अलग ब्रांड के नाम से घी पैक किया जा रहा था।
सरस, जैनुल शुद्ध घी, जय श्री कृष्णा गाय का घी, ओम गजानंद घी जैसे ब्रांड की पैकिंग मिली।
जालोर पुलिस ने ओम गणपति मिल्क प्रोडेक्ट नाम की नकली घी की फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस ने फैक्ट्री से करीब 10 टन नकली घी पकड़ा है। पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर में अलग-अलग ब्रांड से नकली घी बनाकर बेचा जा रहा था। पुख्ता जानकारी पर पुलिस टीम ने दबिश दी तो अंदर नकली घी का पूरा कारखाना मिला। यहां पर पुलिस को अलग-अलग ब्रांड की पैकिंग मिले। यहां एक्सपायरी डेट के घी को भी दूसरे टीन में भरकर बाजार में बेचने के लिए तैयार किया जा रहा था। टीम को मौके से घी की खुशबू के एसेंस और अन्य पदार्थ भी मिले हैं।
घी की फैक्ट्री में बड़े-बड़े स्टील के टैंक में मिलावटी पदार्थ मिला। यहां एक्सपायरी डेट के घी को दूसरे टीन में पैक कर बाजार में बेचने के लिए तैयार किया जा रहा था।
साइबर क्राइम के डीएसपी राजेश टेलर ने बताया कि जालोर में सिरे मंदिर रोड़ पर पोनिया नाडा के पास एक खेत में नकली घी की फैक्ट्री चल रही थी, जिससे ओम गजानंद नाम से मार्केट में नकली घी सप्लाई किया जा रहा था। शिकायत पर उन्होंने पुलिस टीम के साथ नकली घी की फैक्ट्री पर छापेमारी की तो वहां बड़ी मात्रा में नकली घी मिला। उन्होंने बताया कि 2 साल से फैक्ट्री चलने की जानकारी सामने आ रही है। फैक्ट्री का मालिक महावीर सिंह और बलवीर सिंह बोया बताया जा रहा है। फैक्ट्री में कुछ मजदूर मिले हैं, जबकि दोनों मालिकों से पुलिस संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन दोनों के मोबाइल बंद आ रहे हैं। सैंपल के लिए खाद्य विभाग को भी सूचना दी गई।
जालोर में सिरे मंदिर रोड़ पर पिछले 2 साल से नकली घी की फैक्ट्री चलने की जानकारी सामने आ रही है।
पुलिस टीम को फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में नकली घी मिला है।
फैक्ट्री में मिला यूरिया खाद का कट्टा, घी की होगी जांच
फैक्ट्री में पुलिस को स्टील के बने बड़े-बड़े टैंक में मिलावटी पदार्थ मिला है। यह पदार्थ घी की तरह जम रहा है। पुलिस के अनुसार इसी पदार्थ से नकली घी को बनाया जा रहा था। हालांकि इसकी जांच के बाद ही पता चल पाएगा की यह कौनसा पदार्थ है। पुलिस सभी मिलावटी पदार्थों को भी बरामद करने की कार्रवाई कर रही है। फैक्ट्री में यूरिया खाद का भी कट्टा मिला है, ऐसे में आशंका है कि यूरिया खाद का भी घी बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा था।
बड़े ब्रांड के नाम से हो रही थी घी की पैकिंग
फैक्ट्री में इस नकली घी को अलग-अलग ब्रांड के नाम से पैक किया जा रहा था। सरस जैसे प्रोडेक्ट के नाम से भी बेच रहे थे। फैक्ट्री में मिले पैकिंग में छोटे शब्दों में मारवाड़ की शान एवं बड़े अक्षरों में सरस लिखा हुआ था। जैनुल शुद्ध घी, जय श्री कृष्णा गाय का घी, ओम गजानंद घी जैसे ब्रांड का उपयोग हो रहा था। गजानंद ब्रांड का घी प्रदेशभर में सप्लाई हो रहा है। इस नाम को यहां पर ओम गजानंद जोड़कर बेचना शुरू कर दिया था। ऐसे में गजानंद ब्रांड ने इसकी शिकायत पुलिस को की तो फैक्ट्री पर दबिश दी गई।