
रूँगङी मे पाली जिले के रानी उपखण्ड के रूँगङी ग्राम मे सोमवार को भगवान शिव एवं पार्वती के पावन पर्व हरितालिका तीज पर कुंवारी कन्याओं ने मनचाहा वर पाने की कामना और सुहागिन महिलाओं ने अपने अखण्ड सौभाग्य ,सुखमय जीवन तथा सुख समृद्धि की कामना को लेकर व्रत उपासना की। रूँगङी की गायत्री राजपुरोहित ने कहा कि हर का अर्थ है हरण करना तथा तालिका का अर्थ हैं सखी और इसी दिन पार्वती की सखी उन्हें पिता के घर से हरण करके जंगल मे ले गई थी फिर उसी दिन से भगवान शिव और पार्वती के मिलन के रूप में मनाया जाने वाला यह हरितालिका तीज का व्रत महिलाओं को सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला कठिन तप साधना वाला व्रत हैं, जिसमें दिन भर बिना अन्न – जल रहना पङता हैं। इस व्रत अनुष्ठान के मौके पर पपु कंवर, पिंकूकंवर,सरजया राजपुरोहित, योगिता, गायत्री राजपुरोहित, जशोदा ,राधा कंवर सहित अनेक महिलाएं उपस्थित थीं।
