विराट ब्राह्मण महा संगम में उमड़ा जनसैलाब भरी हुंकार,एक ही नारा एक ही नाम जय परशुराम जय परशुराम।


सोजत क्षेत्र से जयपुर के अल्बर्ट हॉल राम निवास बाग में आयोजित विराट ब्राह्मण महा संगम रैली में सोजत से गए ब्राह्मणों ने रेली को अद्भुत अविश्वसनीय अकल्पनीय रैली बताया सोजत 3 सितम्बर ब्राह्मण महा संगम में सोजत से जयपुर अल्बर्ट हॉल राम निवास बाग रैली में सोजत क्षेत्र से गए विप्र बंधुओं ने बताया कि अब ब्राह्मण पुनः जाग उठा हैं अपने हक की लडाई एवं अधिकारों की रक्षा के लिए सोजत विधान सभा क्षेत्र ब्राह्मण महा संगम विराट रैली सोजत विधान सभा क्षेत्र प्रभारी हितेन्द्र व्यास ने बताया कि ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश मिश्रा के नेतृत्व में जयपुर में ब्राह्मण महा संगम में विप्र बंधुओं का अथाह सागर उमड़ पड़ा अमेरिका,कनाडा, दुबई,रसिया सहित अन्य देशों में निवास करनें वाले प्रवासी विप्र बंधु एवं बालीवुड तथा छोटे पर्दे के एक्टर्स भी इस अनोखे महा संगम में उमड़ पड़े वहीं सोजत के ही विप्र बंधु ने बताया कि जयपुर ब्राह्मण महा संगम में जयपुर का गगन एक ही नारा एक ही नाम जय परशुराम जय परशुराम के निनाद से गुंज उठा राजनैतिक प्रतिनिधित्व एवं शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से राजनीतिक दलों को यह साबित कर दिखाया कि ब्राह्मण शक्ति भी किसी से कम नहीं हैं।घीसू सिंह राज पुरोहित ने कहा कि चारों तरफ उमड़े विप्र सैलाब के तेवरों ने क्रांति का शंखनाद फूंक दिया राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि यह संदेश सभी राजनीतिक ताकतों तक पहुंच गया हैं अशोक त्रिवेदी ने इसे प्रतिकात्मक क्रांति बताया, यश व्यास ने इसे ब्राह्मणों द्वारा समुद्र मंथन बताया वहीं इसे पुनः, चाणक्य नीति के उदभव की संज्ञा देते हुए मनोज दवे ने कहा कि ब्राह्मण अब करवट बदल रहा हैं वही ललित दवे, दुर्गा शंकर त्रिवेदी, , प्रवीण त्रिवेदी, प्रकाश व्यास ने इसे ब्राह्मणों की सामूहिक हुंकार बताया। उल्लेखनीय है कि ब्राह्मण महासभा जिला अध्यक्ष सीताराम शर्मा,दिनेश दवे, घनश्याम शर्मा के नेतृत्व में सोजत विधान सभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में विप्र बंधुओं ने रविवार को आयोजित इस रैली में भाग लिया। यह थी महासंगम की प्रमुख मांगें

आर्थिक आधार पर 14 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए।
भगवान परशुराम विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए।
भगवान परशुराम जी की 111 फीट प्रतिमा की स्थापना की जाए।
राजस्थान के प्रत्येक जिले में गुरुकुल की स्थापना कर वैदिक संस्कृति को बढ़ाया जाए।
ईडब्ल्यूएस आरक्षण में हो रही विसंगतियों को दूर किया जाए।
ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन के समय लगाए गए मुकदमें वापिस लिए जाएं।
पुजारी प्रोटेक्शन बिल पारित किया जाए।
ब्राह्मण बालिकाओं के लिए हर जिले में छात्रावास की स्थापना की जाए।
ब्राह्मणों को प्रमुख दल कम से कम 35 टिकट विधानसभा में और लोकसभा में कम से कम 5 टिकट दिए जाएं।
ईडब्ल्यूएस आरक्षण में आय सीमा 8 लाख की जगह 12 लाख की जाए